सम्भाषणम्:अर्थशास्त्रम् अध्याय 03
धर्मस्थास् त्रयस् त्रयो_अमात्या जन.पद.संधि.संग्रहण.द्रोण.मुख.स्थानीयेषु व्यावहारिकान् अर्थान् कुर्युः ॥
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