"साहित्य दर्पण" इत्यस्य संस्करणे भेदः

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पङ्क्तिः ३८१:
"गङ्गायां घोषः" । <br>
वाक्यगतत्वे यथा--
"उपकृतं बहु तत्रऽितितत्रऽइति । <br>
एवमशीतिप्रकारा लक्षणा । <br>
अथ व्यञ्जना--
पङ्क्तिः ८,३६७:
; इत्यालङ्कारिकचक्रवर्तिसान्धिविग्रहिकमहापात्रश्रीविश्वनाथकविराजकृते साहित्यदर्पणे दशमः परिच्छेदः । <br>
 
धन्यवादः
 
 
==सन्दर्भ==
 
उपरोक्त सामग्री
[http://www.sub.uni-goettingen.de/ebene_1/fiindolo/gretil/1_sanskr/5_poetry/1_alam/visah__u.htm '''यहाँ'''] से रोमन यूनिकोड में ली गयी <br> और [http://www.bhasa.net/diCrunch.php Diacritic Conversion - '''diCrunch''' v2.00:b5] की सहायता से इसे देवनागरी में परिवर्तित करके तथा कुछ अन्य आवश्यक परिवर्तनों के बाद यहाँ रखा गया। (02-02-2008)
"https://sa.wikibooks.org/wiki/साहित्य_दर्पण" इत्यस्माद् प्रतिप्राप्तम्