"कामसूत्र" इत्यस्य संस्करणे भेदः

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Vatsyayana, Kamasutram
 
digitalized by Mizue Sugita
 
September 1, 1998
== १. साधारणम् ==
 
based on the edition of
=== १.१.(१) शास्त्रसंग्रहः ===
 
Kamasutram with commentary of Yasodhara,
 
dvitiyam samskaranam, Nirnayasagarayantralaya, 1900
 
 
with reference to
 
Kamasutram edited by Sridevdutta Sastri,
 
Chaukhambha Sanskrit Sansthan, Varanasi, saMvat 2049
 
 
(Page numbers at the end of lines according to Nirnayasagarayantralaya text)
 
(Chapter and verse numbers at head of lines according to Chaukhambha Sanskrit Sansthan text)
 
 
[अन्यत्र :] Chaukahambha's variants
 
 
; सन्धि
 
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vowel Sandhis are decomposed by ^.
 
eg. vizeSa^ukti < vizeSokti
 
ca^iti < ceti
 
horA^anyo < horAnyo
 
ko +api < ko'pi
 
Consonantal sandhis are retained.
 
 
; समास
Members of compound words are sometimes separated by ^, but not consistent.
 
 
; अन्य
Variants for the part beginning with * are supplied in [ ] .
 
 
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== १. साधारणम् ==
 
=== १.१.(१) शास्त्रसंग्रहः ===
 
१.१.१> धर्मअर्थकामेभ्यो नमः//(पृष्ठ २)
Line ६० ⟶ ११४:
 
 
=== १.२.(२) त्रिवर्गप्रतिपत्तिः ===
 
१.२.१> शतआयुर् वै पुरुषो विभज्य कालम् अन्योन्यअनुबद्धं परस्परस्यअनुपघातकं त्रिवर्गं सेवेत//(पृष्ठ १०)
Line १५४ ⟶ २०८:
 
 
=== १.३.(३) विद्यासमुद्देशः ===
 
१.३.१> धर्मअर्थअङ्गविद्याकालान् अनुपरोधयन् कामसूत्रं तदङ्गविद्याश् च पुरुषो +अधीयीत//(पृष्ठ २७)
Line २१९ ⟶ २७३:
 
 
=== १.४.(४) नागरकवृत्तम् ===
 
 
Line ३११ ⟶ ३६५:
 
 
=== १.५.(५) नायकसहायदूतीकर्मविमर्शः ===
 
 
Line ३९४ ⟶ ४४८:
 
 
== २. सांप्रयोगिकं नाम द्वितीयम् अधिकरणम् ==
 
 
 
=== २.१.(६) प्रमाणकालभावेभ्यो रतअवस्थापनम् ===
 
 
Line ५१९ ⟶ ५७३:
 
 
=== २.२.(७) आलिङ्गनविचारा ===
 
 
Line ५९४ ⟶ ६४८:
 
 
=== २.३.(८) चुम्बनविकल्पास् ===
 
 
Line ६६७ ⟶ ७२१:
 
 
=== २.४.(९) नखरदनजातयः ===
 
 
Line ७४६ ⟶ ८००:
 
 
=== २.५.(१०) दशनच्छेद्यविहयो ===
 
 
Line ८५३ ⟶ ९०७:
 
 
=== २.६.(११) संवेशनप्रकाराश्चित्ररतानि ===
 
 
Line ९६७ ⟶ १,०२१:
 
 
=== २.७.(१२) प्रहणनप्रयोगास् तद्युक्ताश् च सीत्कृतक्रमाः ===
 
 
Line १,०६१ ⟶ १,११५:
 
 
=== २.८.(१३) पुरुषोपसृप्तानि पुरुषायितं ===
 
 
Line १,१५६ ⟶ १,२१०:
 
 
=== २.९.(१४) औपरिष्टकं नवमो ===
 
 
Line १,२७५ ⟶ १,३२९:
 
 
=== २.१०.(१५) रतअरम्भअवसानिकं रतविशेषाः प्रणयकलहश् च ===
 
 
Line १,३८५ ⟶ १,४३९:
 
 
== ३. कन्यासंप्रयुक्तकं ==
 
 
 
== ३.१.(१६)= वरणसंविधानम् संबन्धनिश्चयः च ===
 
 
Line १,४५६ ⟶ १,५१०:
 
 
=== ३.२. कन्याविस्रम्भणम् ===
 
 
Line १,५४५ ⟶ १,५९९:
 
 
=== ३.३. बालायाम् उपक्रमाः इङ्गिताकारसूचनम् च ===
 
 
Line १,६२२ ⟶ १,६७६:
 
 
=== ३.४. एकपुरुषाभियोगाः ===
 
 
Line १,७५३ ⟶ १,८०७:
 
 
=== ३.५. विवाहयोग ===
 
 
Line १,८२६ ⟶ १,८८०:
 
 
== ४. भार्याधिकारिकं ==
 
 
 
=== ४.१.एकचारिणीवृत्तं प्रवासचर्या च ===
 
 
Line १,९४० ⟶ १,९९४:
 
 
=== ४.२. ज्येष्ठादिवृत्त ===
 
 
Line २,१०१ ⟶ २,१५५:
 
 
== ५. पारदारिकं ==
 
 
 
=== ५.१.स्त्रीपुरुषशीलवस्थापनं व्यावर्तनकारणाणि स्त्रीषु सिद्धाः पुरुषा अयत्नसाध्या योषितः ===
 
 
Line २,२२९ ⟶ २,२८३:
 
 
=== ५.२. परिचयकारणान्य् अभियोगा छेच्केद् ===
 
 
Line २,२९५ ⟶ २,३४९:
 
 
=== ५.३. भावपरीक्षा ===
 
 
Line २,३६८ ⟶ २,४२२:
 
 
=== ५.४. दूतीकर्माणि ===
 
 
Line २,५१४ ⟶ २,५६८:
 
 
=== ५.५. ईश्वरकामितं ===
 
 
Line २,६०० ⟶ २,६५४:
 
 
=== ५.६. आन्तःपुरिकं दाररक्षितकं ===
 
 
Line २,७२४ ⟶ २,७७८:
 
 
== ६. वैशिकं ==
 
 
=== ६.१.सहायगम्यागम्यचिन्ता गमनकारणं गम्योपावर्तनं ===
 
६.१.१> वेश्यानां पुरुषअधिगमे रतिर् वृत्तिश् च सर्गात्/
Line २,८०६ ⟶ २,८६०:
 
 
=== ६.२. कान्तानुवृत्तं ===
 
 
Line २,९६८ ⟶ ३,०२२:
 
 
=== ६.३. अर्थागमोपाया विरक्तलिङ्गानि विरक्तप्रतिपत्तिर् निष्कासनक्रमास् ===
 
 
Line ३,०७१ ⟶ ३,१२५:
 
 
=== ६.४. विशीर्णप्रतिसंधानं ===
 
 
Line ३,१७५ ⟶ ३,२२९:
 
 
=== ६.५. लाभविशेषाः ===
 
 
Line ३,२६७ ⟶ ३,३२१:
 
 
=== ६.६.अर्थानर्थनुबन्धसंशयविचारा वेश्याविशेषाश् च ===
 
 
Line ३,३८४ ⟶ ३,४३८:
 
 
== ७. औपनिषदिकं ==
 
 
=== ७.१. सुभगंकरणं वशीकरणं वृष्याश् च योगाः ===
 
७.१.१> व्याख्यातं च कामसूत्रं/
Line ३,४९८ ⟶ ३,५५२:
 
 
=== ७.२. नष्टरागप्रत्यानयनं वृद्धिविधयश् चित्राश् च योगा ===
 
 
Line ३,६२३ ⟶ ३,६७७:
 
७.२.५७क > तद् एतद् ब्रमचर्येण परेण च समाधिना/(पृष्ठ ३७१)
 
 
 
==sandarbh==
 
७.२.५७ख > विहितं *लोकयात्रायै[अन्यत्र : लोकयात्राअर्थं] न रागार्थो +अस्य संविधिः//(पृष्ठ ३७१)
Line ३,६३७ ⟶ ३,६८७:
 
७.२.५९ख > नअतिरागआत्मकः कामी प्रयुञ्जानः प्रसिध्यति//(पृष्ठ ३७१)
 
 
 
==सन्दर्भ==
 
उपरोक्त सामग्री
* [http://www.sub.uni-goettingen.de/ebene_1/fiindolo/gretil/1_sanskr/6_sastra/6_kama/kamasutu.htm '''यहाँ'''] से रोमन यूनिकोड में ली गयी <br> और [http://www.bhasa.net/diCrunch.php Diacritic Conversion - '''diCrunch''' v2.00:b5] की सहायता से इसे देवनागरी में परिवर्तित करके तथा कुछ अन्य आवश्यक परिवर्तनों के बाद यहाँ रखा गया। (09-02-2008)
 
* [http://hi.wikipedia.org/wiki/कामसूत्र हिन्दी विकिपिडिया पर '''कामसूत्र''' पर लेख]
"https://sa.wikibooks.org/wiki/कामसूत्र" इत्यस्माद् प्रतिप्राप्तम्